अरे तुम्हारे आतंकवादियों ने ही खुद स्वीकार कर लिया… पीएम मोदी ने पाकिस्तान को फिर से ललकारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को लेकर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के एक कमांडर ने स्वयं स्वीकार किया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में मसूद अजहर का परिवार मारा गया, जिससे पाकिस्तान का दोहरा चरित्र उजागर हो गया है।
नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेपाकिस्तान के दोहरे चरित्र को लेकर एक बार फिर से बड़ा हमला बोला है। उन्होंने बुधवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद पर पाकिस्तान का दोहरा चरित्र एक बार फिर उजागर हो गया। इस बार जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक कमांडर ने खुद पाकिस्तान के काले कारनामे का खुलासा कर दिया है। आतंकवादी ने खुद स्वीकार किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत के सटीक हमले में बहावलपुर में आतंकी प्रमुख मसूद अजहर का परिवार मारा गया।
पाकिस्तान के आतंदवादियों ने खुद सच्चाई स्वीकार कर ली है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के धार में ‘पीएम मित्र पार्क’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया ने देखा है कि कैसे खुद पाकिस्तान के आतंकवादियों ने सच्चाई स्वीकार कर ली है, कैसे जैश के आतंकवादियों ने पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने स्वीकार किया कि भारत के हमले में उनके ठिकाने नष्ट हो गए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादियों ने पहलगाम किया, हमारे जवानों ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया। यह नया भारत है, इसे किसी परमाणु खतरे का डर नहीं है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने घोषणा की भारत घर में घुसकर मारता है।
आतंकियों ने भारत के दावे पर मुहर लगाई
पीएम मोदी ने कहा कि इस स्वीकारोक्ति ने भारत के इस दावे की पुष्टि की है कि बहावलपुर जैश की गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है, भले ही पाकिस्तान ने वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) और अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्थाओं के सामने इनकार किया हो।
देश से बढ़कर मेरे लिए कुछ नहीं: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे लिए राष्ट्र से बढ़कर कुछ भी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया जिन्होंने विकसित भारत के दृष्टिकोण के साथ “देश को अपना सब कुछ समर्पित कर दिया”। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की प्रगति नारी शक्ति, युवाओं और किसानों पर निर्भर है।




