राजनीति

उत्तर भारतीयों-बिहारियों को पीटने वाली मनसे का हिस्सा, बिहार में किस मुंह से मांगेंगी वोट कांग्रेस? निरुपम ने मांगा जवाब

मुंबई: शिवसेना उपनेता व प्रवक्ता संजय निरुपम ने कांग्रेस पर दोगलेपन का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को अब स्पष्ट करना चाहिए कि मुंबई में उत्तर भारतीयों से नफरत करने वाली पार्टी मनसे महाविकास आघाड़ी का हिस्सा है, या नहीं? गुरुवार को पत्रकार परिषद में उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में त्रुटियों को लेकर चुनाव आयोग के पास गए शिष्टमंडल में कांग्रेस यूबीटी के साथ जिस तरह मनसे शामिल हुई, उससे स्पष्ट हो गया है कि, एमवीए में राज ठाकरे की पिछले दरवाजे से एंट्री हो गई है ।

निरुपम ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में होने वाले निकाय चुनाव में मनसे के साथ गठबंधन में शामिल होने वाली कांग्रेस अब बिहार विधानसभा चुनाव में किस मुंह से वोट मांगेगी ? निरूपम ने कहा कि मनसे ने मुंबई में आस्था के पर्व छठ पूजा को ड्रामा कहा था । सवाल है कि क्या कांग्रेस पार्टी मनसे से हाथ मिला के बिहार जाकर छठ पूजा का विरोध करना चाहती है? संजय निरुपम ने कहा कि उनके पास ऐसी जानकारी है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने तय किया है कि जब तक बिहार विधानसभा चुनाव नहीं हो जाता तब तक मनसे को एमवीए में लेने की अधिकृत घोषणा न करें। यह कांग्रेस का बहुत बड़ा षड्यंत्र है जो बिहार के लोगों के खिलाफ़ हो रहा है ।

निरुपम ने कहा कि यदि कांग्रेस बिहारी मतों और उनकी भावनाओं और बिहार के लोगों की परंपराओं का आदर करती तो मनसे के बारे में उनकी भूमिका को स्पष्ट करना चाहिए। निरूपम ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची के मुद्दे पर चुनाव आयोग गए शिष्टमंडल में उबाठा प्रमुख के साथ मनसे प्रमुख, राष्ट्रवादी शरद पवार के प्रमुख के साथ कांग्रेस अध्यक्ष की जगह उनके नेता बालासाहब थोरात का शामिल होना साबित करता है कि एमवीए और कांग्रेस ने मनसे को पिछले दरवाजे से एंट्री दे दी है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सकपाल उस शिष्टमंडल में न जाकर अपने बड़े नेता पूर्व पार्टी अध्यक्ष थोरात को भेजकर अपना दोगलापन दिखाने की कोशिश की । सकपाल भी झूठ बोल रहे हैं। क्या वे अपने बच्चों की कसम खाकर कह सकते हैं कि बिहार चुनाव के बाद मनसे को महाविकास आघाड़ी में नहीं लिया जाएगा । सिर्फ बिहार चुनाव में बिहारी मतदाता उनके खिलाफ न जाए, इससे बचने के लिए सकपाल झूठा ड्रामा कर रहे हैं । निरूपम ने कहा कि ठाणे, मुंबई के गरीब उत्तरभारतीय टैक्सीवाले, फेरीवालों पर हमला करने वाली मनसे को पिछले दरवाजे से एमवीए में शामिल कराने वाली कांग्रेस को मुंबई मनपा के चुनाव में लोग सबक सिखाएंगे ।

राज उद्धव मजबूर

निरुपम ने सवाल किया कि क्या मनसे इतनी लाचार हो गई है कि अपने दीपोत्सव कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया ? उन्होंने कहा कि विपक्ष मतदाता सूची का मुद्दा उठाकर स्थानीय निकाय चुनाव टालने की कोशिश कर रहा है। क्योंकि उन्हें अपनी हार का पता चल गया है । राज और उद्धव मजबूर हैं । हमारे नेता उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे साहब दिन रात काम कर रहे हैं। लोगों के बीच हमेशा जुड़े हुए हैं, राज्य सरकार ने जनहित की योजनाओं को जमीन पर उतारा है इसलिए एकनाथ शिंदे साहब कहते हैं कि एमवीए महा फस्ट्रेशन और कन्फ्यूजन की स्थिति में है। सिर्फ राजनितिक फायदे के लिए मनसे या उबाठा के लोग मराठी मुद्दे का इस्तेमाल करते हैं जब जब चुनाव आते हैं मनसे के लोग उत्तरभारतीयों को मारने पीटने का अभियान शुरू करते हैं।

संजय निरुपम ने कहा कि बिहार में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी है। बिहार के हर जिले से वीडियो सामने आ रहा है । कुछ साल पहले रेलवे की परीक्षा देने आए बिहारी स्टूडेंट को पीटने वाली मनसे के साथ कांग्रेस का जाना शर्मनाक है । इसका खामियाजा उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव के साथ महाराष्ट्र के निकाय चुनाव में भुगतना होगा।

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