26 साल के युवक की 30 हजार की सैलरी पर पिता का पूरा कब्जा, रेडिट पर पोस्ट डालते ही मच गई जोरदार बहस

युवक ने रेडिट पर अपनी कहानी लिखी, जिसे पढ़कर लोग दंग रह गए। उसने बताया कि उसकी महीने की सैलरी 30 हजार रुपये है। लेकिन सैलरी आते ही उसके पिता पूरा पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेते हैं।
भारत में बचपन से ही यह सिखाया जाता है कि माता-पिता की सेवा हमारा पहला धर्म है। लेकिन कई बार यही सेवा, अधिकार और आर्थिक आजादी के बीच एक ऐसी खाई बना देती है, जिसमें युवा पीढ़ी फंसकर रह जाती है। सोशल मीडिया पर हाल ही में एक ऐसी कहानी वायरल हुई, जिसने इस मुद्दे को फिर से सामने ला दिया है। यह मामला कोलकाता के एक 26 साल के युवक का है, जिसकी पूरी सैलरी उसके पिता ले लेते हैं। जवान लड़का कमाता तो खुद है, लेकिन पैसे का इस्तेमाल करने की आजादी उसे तनिक भी नहीं मिलती। तो आइए जानते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह पोस्ट
युवक ने रेडिट पर अपनी कहानी लिखी, जिसे पढ़कर लोग दंग रह गए। उसने बताया कि उसकी महीने की सैलरी 30 हजार रुपये है। लेकिन सैलरी आते ही उसके पिता पूरा पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेते हैं। इतना ही नहीं पिता उसे जेब खर्च तक नहीं देते। अगर उसे कहीं जाना हो या कोई जरूरी चीज खरीदनी हो तो उसे पहले पिता से पैसे मांगने पड़ते हैं और फिर शुरू होता है पूछताछ का सिलसिला। कहां जा रहे हो, कितना खर्च होगा, क्यों चाहिए, कब लौटोगे।
पिता छीन लेते हैं बेटे की सारी तनख्वाह
युवक के मुताबिक वह झगड़ा नहीं चाहता, इसलिए वर्षों से चुपचाप सब सह रहा है। घर में शांति बनाए रखने के लिए वह कभी आवाज नहीं उठाता। लेकिन अब उसे लगने लगा है कि उसका करियर और बचत दोनों रुक गए हैं। उसके शब्दों में, “मैं 26 साल का हूं, लेकिन मेरे पास अपना एक रुपया भी नहीं। हर महीने मेरी सैलरी घर की तिजोरी में चली जाती है। क्या यह ठीक है कि मेरी कमाई पर मेरा ही हक न हो?”
लोगों ने दी ऐसी सलाह
इस पोस्ट के लाइव होते ही इंटरनेट पर बहस छिड़ गई। हजारों यूजर्स ने इसे पेरेंटल कंट्रोल की मिसाल बताया। कई लोगों ने युवक को साफ-साफ सलाह दी कि अगर अभी नहीं बोला तो ये सिलसिला जिंदगी भर नहीं रुकेगा। एक यूजर ने लिखा, “कुछ दिन बवाल होगा, लेकिन तुम पैसे देना बंद करो। नहीं तो वह कभी समझेंगे ही नहीं कि यह गलत है।” दूसरे ने सुझाव दिया कि घर में निश्चित रकम दें। जैसे 10–12 हजार रुपये बाकी अपने पास रखें। यदि माता-पिता पूछें तो कहें कि कोर्स करना है, भविष्य की जरूरतें हैं। कई लोगों का कहना था कि बालिग होने के बाद अपनी कमाई पर पूरा अधिकार सिर्फ बच्चे का होता है। माता-पिता उसे छीन नहीं सकते।




