जवानी में पिता को खोया, कभी नहीं हारा चुनाव, बीजेपी की कमान संभालने वाले सबसे युवा नेता

बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री नितिन नवीन को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। भाजपा आलाकमान ने उन्हें बड़ा पद देकर एक बार फिर अपने फैसले से लोगों को चौंकाया है। नितिन पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से लगातार चार बार के विधायक हैं, एक बार वह पटना पश्चिम से एमएलए रहे। अभी नीतीश सरकार में पथ निर्माण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उन्हें राजनीति विरासत में मिली है। बिहार में भाजपा का प्रमुख कायस्थ चेहरा माने जाने वाले नितिन नबीन की संगठन में अच्छी खासी पकड़ है। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्र नेता रहे। इसके बाद भाजपा की युवा विंग भाजयुमो के बिहार अध्यक्ष बने। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर जब भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब नितिन उनके महासचिव रहे। इसके बाद भाजपा ने उन्हें प्रभारी ओम माथुर के साथ छत्तीसगढ़ के सह प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी। उनकी कौशल की बदौलत छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 2023 का विधानसभा चुनाव जीता। फिर अगले साल हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया। उनकी छवि साफ और गैर विवादित रही है। यही कारण है कि भाजपा ने कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। नितिन नवीन का जन्म पटना में 23 मई 1980 को हुआ था।
उनकी पढ़ाई दिल्ली से हुई। नितिन के पिता नवीन किशोर सिन्हा भाजपा के दिग्गज नेता रहे, जिन्होंने जेपी आंदोलन से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। 2005 में 55 साल की उम्र में नवीन किशोर का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। उस समय नितिन महज 26 साल के थे। युवा उम्र में पिता को खोने का उन्हें गहरा सदमा लगा, मगर उन्होंने संबल नहीं तोड़ा और पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए वह राजनीति में उतर गए। पिता के निधन के बाद खाली हुई पटना पश्चिम विधानसभा सीट पर 2006 में नितिन ने भाजपा के टिकट पर उपचुनाव लड़ा और जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंच गए। इसके बाद वे कभी चुनाव नहीं हारे। 2008 के परिसीमन में पटना पश्चिम का नाम बांकीपुर विधानसभा हो गया। 2010 से लेकर 2025 तक हुए चार चुनावों में नितिन लगातार बांकीपुर से चुनाव जीतते आ रहे हैं।
पहली बार 2006 में जीता उपचुनाव
नितिन नबीन पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं और लगातार पांचवीं बार जनता का भरोसा जीत चुके हैं। उन्होंने पहली बार 2006 के उपचुनाव में पटना पश्चिम से जीत दर्ज की थी। इसके बाद वह 2010, 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनावों में लगातार बांकीपुर सीट से विजयी रहे। 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने 98,299 वोट हासिल कर आरजेडी उम्मीदवार रेखा कुमारी को 51,936 वोटों के बड़े अंतर से हराया, जो उनकी अब तक की सबसे बड़ी जीत मानी जा रही है। वह बिहार सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्रालय संभाल चुके हैं।
छत्तीसगढ़ चुनाव के प्रभारी थे नितिन नबीन
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए नितिन नबीन को प्रभारी बनाया था। पार्टी ने इस चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की थी। नितिन नबीन को संगठन में काम करने का बड़ा अंनुभव है। यानी सरकार के साथ ही संगठन में काम करने का उनके पास खासा अनुभव है। बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून, 2024 को खत्म हो चुका है। अब नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव तक नितिन नबीन यह जिम्मेदारी संभालेंगे।
जून, 2024 से एक्सटेंशन पर थे जेपी नड्डा
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी साल 2019 में पहले पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। बाद में साल 2020 में उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था। तब से वर्तमान तक वह पार्टी के अध्यक्ष हैं। जेपी नड्डा ने अध्यक्ष बनने के पहले लंबा राजनीतिक सफर तय किया था। वह हिमाचल प्रदेश में बीजेपी विधायक दल नेता से लेकर राज्य में मंत्री तक रह चुके थे। उन्होंने अपनी युवावस्था में जय प्रकाश नारायण द्वारा चलाए गए विभिन्न आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे और 1989 में एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव चुने गए।
साल 2020 से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
1991 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया। 1993 में वह पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा में एमएलए चुने गए और विपक्ष के नेता चुने गए। 1998 में वह फिर से चुने गए और भाजपा राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने। 2010 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। वह पहली बार 2012 में राज्यसभा सदस्य चुने गए। उन्होंने 2014-2019 तक भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की कमान संभाली और वर्तमान में भी केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हैं। जून, 2019 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और जनवरी, 2020 में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के बाद जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था। तब से ही नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश की जा रही थी।




