महायुति में मुंबई की 150 सीटों पर बनी सहमति, 77 पर देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार लेगें फैसला

मुंबई : नगर पालिका बीएमसी चुनाव लड़ने के लिए महायुति के प्रमुख घटक दल BJP और शिंदे सेना के बीच सीट बंटवारे की चर्चा जारी है। बताया जा रहा है कि बीएमसी की 227 सीटों में से 150 सीटों पर बीजेपी और शिंदे सेना के बीच सहमति बन गई और जल्द ही बकाया 77 सीटों पर निर्णय ले लिया जाएगा। गुरुवार को मुंबई BJP कार्यालय वसंत स्मृति भवन में BJP और शिंदे सेना नेताओं की बैठक हुई।
बैठक में मुंबई BJP अध्यक्ष अमित साटम, चुनाव प्रभारी आशीष शेलार, प्रवीण दरेकर, विधायक अतुल भातखलकर, शिंदे सेना की ओर से पूर्व सांसद राहुल शेवाले, गृहराज्य मंत्री योगेश कदम, विधायक प्रकाश सुर्वे उपस्थित थे।
अमित साटम का दावा
बैठक के बाद अमित साटम ने दावा किया कि महायुति सभी 227 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हम 150 से अधिक सीटों पर जीतकर महायुति का मेयर बनाएंगे। साटम ने कहा कि कमल और धनुष-बाण का एक ही लक्ष्य है, जिसे हासिल करने के लिए हम दोनों आगे बढ़ रहे हैं। साटम ने कहा कि बीएमसी की 227 में से 150 सीटों पर सहमति बन गई है, बाकी के 77 सीटों पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सहमति से लिया जाएगा।
शिंदे सेना में इंटरव्यू शुरू
इधर शिंदे सेना से बीएमसी का चुनाव लड़ने वाले इच्छुकों की इंटरव्यू प्रक्रिया शुरू हो गई है। पार्टी की ओर से दावा किया कि गया कि बीएमसी की कुल 227 सीटों पर 2700 लोगों ने चुनाव लड़ने की तैयारी दिखाई है। बीएमसी चुनाव के लिए शिंदे सेना की ओर से बांद्रा के रंगशारदा सभागृह में इच्छुक उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया जा रहा है।
पार्टी का दावा है कि उनकी पार्टी से चुनाव लड़ने वालों की लंबी कतार है। शिंदे सेना के उपनेता और पूर्व सांसद राहुल शेवाले ने बताया कि बीएमसी चुनाव के दौरान लोगों का विश्वास शिवसेना पर और मजबूत हुआ है। शिवसेना यह चुनाव महायुति में अपने सहयोगी दलों के साथ लड़ेगी। उन्होंने बताया कि सहयोगी दलों के साथ बैठकों का दौर शुरू हो चुका है और अगले दो से तीन दिनों में पूरी स्थिति साफ हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि महायुति में 150 सीटों को लेकर सहमति बन चुकी है, जबकि बाकी सीटों पर चर्चा जल्द ही पूरी कर ली जाएगी।
बेचकर खाने वालों को घर भेजेंगेः साटम
मुंबई बीजेपी अध्यक्ष ने उद्धव सेना पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने 25 साल से बीएमसी को लूटा है, भ्रष्टाचार कर मुंबई को बेचकर खाया है, उनके जनता माफ नही करेगी। महायुति का मूल उद्देश्य मुंबई मनपा को भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन देना है। साटम ने कहा कि नवाब मलिक के नेतृत्व वाली एनसीपी से महायुति का कोई संबंध नही है। जब तक नवाब गंभीर आरोपों से मुक्त नहीं होते, तब तक किसी भी तरह का तालमेल नही होगा।




