गजब का AI रोबोट जो चलती ट्रेन में खराबी पकड़ लेगा, खूबियां जान रह जाएंगे दंग

एरिक्सन ने एक कमाल का AI रोबोट पेश किया है, जो चलती ट्रेन में खराबी को पहचान सकता है। यह रोबोट रियल-टाइम डेटा भेजने का भी काम करता है। इसमें सेंसर और HD कैमरा लगे हैं।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 में तकनीक की दुनिया के कई इनोवेशन देखें को मिल रहे हैं। इसमें ऐसे-ऐसे डिवाइस देखने को मिल रहे हैं, जिन्हें देखकर आम लोग हैरान हैं। एरिक्सन ने अपने बूथ पर 5G और आरटॉफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ी नई तकनीकों को दिखाया, जिनमें लोगों की सबसे अधिक दिलचस्पी एक AI रोबोट डॉग में थी, जो इतनी स्पीड से काम करता है कि ट्रेन के किसी क्षतिग्रस्त हिस्से में टूट-फूट पकड़ सकता है। फिर यह रियल टाइम अपडेट भेजने का भी काम करता है।
कमाल का AI रोबोट डॉग
दरअसल, एरिक्सन ने मोबिलिटी सेक्टर के लिए एक खास तकनीक बनाई है, जो ड्राइवरलेस ट्रेनों को और सुरक्षित बनाने का काम करेगी। इस तकनीक का सबसे रोचक हिस्सा AI से चलने वाला एक रोबोट है, जो एक डॉग की साइज का है। इस रोबोट में कई सेंसर और हाई डेफिनिशन कैमरे लगे हैं। यह रोबोट Automated Railcars की जांच करता है और उनके हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर में किसी भी खराबी को ढूंढ सकता है। यह रोबोट प्राइवेट 5G नेटवर्क के जरिए रियल-टाइम डेटा भेजता है, जिसे AI सिस्टम एनालिसिस करके खराबी का पता लगाता है।
अनाज देने वाल ATM
इसके अलावा, एरिक्सन ने World Food Programme के साथ मिलकर ‘अन्नपूर्णा ‘नाम का 5G से चलने वाला एक अनाज ATM बनाया है। यह भारत में बना डिवाइस है, जो कई तरह के अनाज को बांट सकता है। कंपनी का दावा है कि यह 25 से 30 किलो अनाज को सिर्फ 30 सेकंड में बांट सकता है। इसमें आधार कार्ड बेस्ड बायोमेट्रिक स्कैनिंग का इस्तेमाल होता है, जिससे अनाज का वितरण सही-सही हो जाता है। यह डिवाइस अभी भोपाल, गोरखपुर, लखनऊ, शिलांग और वाराणसी में है। 2026 के अंत तक इसे देश के 23 और शहरों में शुरू किया जाएगा।
एरिक्सन ने हाईटेक AR ग्लास दिखाए
एरिक्सन ने हाईटेक AR ग्लास भी दिखाए। जोस सोमोलिनोज का कहना है कि ये हाईटेक AR ग्लास हमारे काम करने के तरीकों को भी बदल देंगे। यूं तो दिखने में ये चश्मा बेहद आम लगते हैं, लेकिन इनमें ‘वर्चुअल स्क्रीन’ दिखती है। आप मूवमेंट करते हैं, तो भी वर्चुअल स्क्रीन स्टेबल रहती है। इसमें माइक्रो OLED पैनल हैं, जो 1080 पिक्सल का रेजॉल्यूशन देने का काम करते हैं। इसकी मदद से आप वीडियो और फोटो कैप्चर कर सकते हैं। एआई का क्षेत्र आगे चलकर कितना एडवांस होने वाला है, इसका पता इस खबर से चलता है।




