दशहरा पर शक्ति प्रदर्शन, शिंदे और उद्धव सेना के सामने भीड़ जुटाने की चुनौती

दशहरा रैली (2 अक्टूबर) के माध्यम से एक दूसरे को पछाड़ने की तैयारी में शिंदे और उद्धव के शिवसैनिक लग गए हैं। लेकिन बारिश उनके आयोजन में खलल डाल सकती है। इसे लेकर दोनों खेमे में चिंता की है। शिंदे सेना अपनी ताकत का प्रदर्शन दक्षिण मुंबई स्थिति ऐतिहासिक आजाद मैदान पर करेंगे।
मुंबई: दशहरा रैली (2 अक्टूबर) के माध्यम से एक दूसरे को पछाड़ने की तैयारी में शिंदे और उद्धव के शिवसैनिक लग गए हैं। लेकिन बारिश उनके आयोजन में खलल डाल सकती है। इसे लेकर दोनों खेमे में चिंता की है। शिंदे सेना अपनी ताकत का प्रदर्शन दक्षिण मुंबई स्थिति ऐतिहासिक आजाद मैदान पर करेंगे, जबकि उद्धव सेना हर बार की तरह इस बार भी दादर स्थित शिवाजी पार्क मैदान से संबोधित करेंगे।
शिवसेना का दशहरा रैली राजनीतिक दृष्टि से विशेष मायने रखती है। हर बात दोनों ही शिवसेना इसका इस्तेमाल अपनी राजनीति ताकत दिखाने के लिए करेगी। अब पार्टी में दो शिवसेना है। दोनों ही शिवसेना दशहरे दिन रैली करते हैं। अब दोनों के बीच होड़ मची है कि कौन कितनी भीड़ जमा करता है। इस बार की दशहरा रैली बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि आने वाले दिनों में बीएमसी के चुनाव है।
शिवाजी पार्क मैदान पर रैली करने की सभी तरह परमीशन हमें मिल गई है। हम लोग रैली की तैयारी कर रहे हैं। इस सिलसिले में हमारी कई बैठकें हुई है और हो भी रही है। हम लोग एक जोरदार रैली करेंगे।
सुनील प्रभु, विधायक, उद्धव सेना
बैनर पोस्टर का सहारा
रैली के प्रचार प्रसार के लिए शहर भर में बैनर पोस्टर लगाए जा रहे हैं। बैनर पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार में पिछले साल शिंदे सेना ने बाजी कार ली थी। इस साल भी वैसी ही तस्वीर दिखाई दे रही है। उद्धव की पार्टी द्वारा लगाए जा रहे बैनर में ‘मशाल जलेगी, मुंबई जीतेगी’ का बैनर लगा है।
उद्धव के साथ मंच होंगे राज!
सालों बाद राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच कड़वाहट कम हुई है। दोनों के बीच लगातार मुलाकातें को रही है। बांद्रा के कार्यक्रम में दोनों ने एक मंच से संबोधन भी किया। अब शिवाजी पार्क के मंच पर उद्धव के साथ राज ठाकरे मंच पर आएंगे, इसे लेकर अटकलों का बाजार गरम है।




