राजनीति

दिल्ली कार ब्लास्ट के पीछे पाकिस्तान? CM फडणवीस बोले- कंगाल देश का प्लान भारत के हर कोने में धमाके का था

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान जानता है कि वह भारत को सीधी लड़ाई में नहीं हरा सकता और दिल्ली में धमाके के साथ उसने एक बार फिर अपनी मौजूदगी साबित करने की कोशिश की। महाराष्ट्र CM ने कहा कि पाकिस्तान अब जानता है कि वह भारत को सीधी लड़ाई में नहीं हरा सकता। इसलिए वह एक प्रॉक्सी वॉर छेड़ने की कोशिश कर रहा है। दिल्ली में धमाके के साथ वह एक बार फिर अपनी मौजूदगी साबित करने की कोशिश कर रहा है।

फडणवीस ने क्या कहा?
फडणवीस ने पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि भारत ने खतरे को पहले ही पहचान लिया था और कार्रवाई की। क्योंकि दिल्ली धमाके के पीछे के आतंकी संगठन भारत के हर कोने में बम विस्फोट करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज भारत बदल गया है। भारत ने पहले ही इन चीजों को भांप लिया और कार्रवाई की। उनका इरादा भारत के हर कोने और हमारे देश के कई शहरों में बम विस्फोट करना था। जिनमें मुंबई भी शामिल है। लेकिन जब हमारी भारतीय एजेंसियों ने इसे भांप लिया और सीधे उन पर हमला किया, तो उन्होंने दिल्ली में विस्फोट करके अपनी मौजूदगी दिखाई।

ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ
हालांकि केंद्र सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान की भूमिका की पुष्टि या खंडन नहीं किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जांच चल रही है और हर पहलू की गहन जांच की जा रही है। शाह ने यह भी कहा है कि दिल्ली कार ब्लास्ट के पीछे किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और अपराधियों को पाताल में भी ढूंढा जाएगा। फडणवीस ने यह भी कहा कि अगर पिछली सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी की ओर से अनुमोदित ऑपरेशन सिंदूर जैसी कार्रवाई की होती, तो देश को पहलगाम जैसे आतंकी हमलों का सामना नहीं करना पड़ता, जहां बैसरन घास के मैदान में 26 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी।

मुंबई हमले का किया जिक्र
उन्होंने कहा कि 9/11 का हमला ट्विन टावरों पर यह बताने के लिए किया गया था कि अमेरिका की ताकत ट्विन टावरों में थी। इसलिए ट्विन टावरों पर हमला करके अमेरिका की संप्रभुता को चुनौती दी गई थी। इसी तरह ताज और ट्राइडेंट सिर्फ होटल नहीं थे। मुंबई यानी भारत की आर्थिक राजधानी को यह बताने के लिए चुना गया था कि हमने भारत पर हमला किया है। यह हमला भारत की संप्रभुता पर था। यह हमला हमारे लिए एक चुनौती थी। अगर हमने उस चुनौती को समझा होता और शायद ऑपरेशन सिंदूर का साहस दिखाया होता, तो आज कोई भी हम पर हमला करने की हिम्मत नहीं करता। लेकिन हमने उस समय वह साहस नहीं दिखाया।प्रधानमंत्री मोदी की सराहना
आतंकवाद के खिलाफ सीमा पार सैन्य कार्रवाई को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए फडणवीस ने कहा कि पहलगाम के बाद प्रधानमंत्री ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद और बातचीत सह-अस्तित्व में नहीं रह सकते और हमारी सेना को खुली छूट दी। भारतीय सेना पाकिस्तान में घुसी और सभी लक्ष्यों को खत्म कर दिया। पाकिस्तान कुछ भी नहीं कर सका। एक तरह से दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत की ताकत और क्षमता देखी और आज दुनिया मानती है कि भारत एक बदला हुआ राष्ट्र है। भारत एक मजबूत राष्ट्र है।

10 नवंबर को क्या हुआ था?
10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक हुंडई आई20 कार में हुए शक्तिशाली विस्फोट में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों को गंभीर चोटें आईं, जिनमें कई फ्रैक्चर और सिर में चोटें शामिल थीं। धमाके की लहर से आंतरिक अंगों को व्यापक नुकसान हुआ, फेफड़े, कान के पर्दे और पेट के अंग फट गए, जबकि कई पीड़ितों को गहरे घाव और भारी रक्तस्राव हुआ, जिससे पता चलता है कि वे विस्फोट के बल से कठोर सतहों से टकराए थे।

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