
नई दिल्ली, धनतेरस के मौके पर हिमाचल प्रदेश के बाजारों में नई रौनक भर दी। प्रदेश के बाजारों में दिनभर ग्राहकों की भारी भीड़ देखने को मिली। व्यापारिक संगठनों के अनुसार इस बार हिमाचल प्रदेश में धनतेरस पर करीब एक हजार करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। सोना-चांदी के साथ-साथ बरतन, इलेक्ट्रॉनिक सामान और वाहनों की बिक्री में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई। शिमला, मंडी, सोलन, कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर जैसे प्रमुख जिलों में बाजार सुबह से देर रात तक गुलजार रहे। ग्राहकों में उत्साह इस कदर था कि कई दुकानों पर सामान खरीदने के लिए लंबी कतारें लग गईं। ज्वेलरी शॉप्स, बरतन स्टोर और इलेक्ट्रॉनिक शो-रूम में दिनभर खरीददारी का सिलसिला जारी रहा। व्यापारियों के अनुसार इस बार लोगों की खरीद क्षमता बढ़ी है और जीएसटी दरों में हालिया कमी से उपभोक्ताओं को सीधा फायदा मिला है। सोना-चांदी के बरतनों, किचन अप्लायंसेज और कुछ इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के दामों में कमी आने से खरीददारी में और तेजी देखी गई।
व्यापारी संगठनों का कहना है कि कर दरों में यह राहत बाजार में नई ऊर्जा लेकर आई है। धनतेरस पर इस बार लगभग 300 नए वाहनों की बिक्री भी हुई। प्रदेशभर के ऑटो शोरूमों में लोगों ने शुभ मुहूर्त में अपने नए वाहनों की पूजा कर उन्हें घर ले जाया। वाहन विक्रेताओं ने बताया कि इस बार दोपहिया और चारपहिया वाहनों की बिक्री में करीब 25 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। व्यापार मंडलों का मानना है कि त्योहारी सीजन ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति दी है। सोना-चांदी के साथ-साथ बरतनों और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की मजबूत बिक्री ने बाजारों में उत्साह का माहौल बना दिया। वहीं व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सोमेश कुमार शर्मा का कहना है कि धनतेरस प्रदेश में करीब एक हजार करोड़ का करोबार हुआ है। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में कमी से उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ा है। लोग खुलकर खरीददारी कर रहे हैं, जिससे बाजारों में लंबे समय बाद इतनी रौनक देखने को मिल रही है। धनतेरस ने इस बार कारोबार को नई उड़ान दी है। इस बार बाजार में धनतेरस के मौके पर जमकर खरीददारी हुई है। व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सोमेश कुमार शर्मा ने धनतेरस और दीवाली तक प्रदेश में तीन हजार करोड़ के कारोबार का अनुमान है।
देशभर में धन वर्षा
देशभर में एक लाख करोड़ का कारोबार, लोगों ने खरीद लिया
60 हजार करोड़ का सोना-चांदी
नई दिल्ली। देशभर में धनतेरस पर बाजारों में जबरदस्त खरीददारी देखने को मिली। अनुमान के अनुसार इस साल पूरे देश में एक लाख करोड़ रुपए का व्यापार हुआ। इसमें से 60 हजार करोड़ रुपए का सोना-चांदी का कारोबार रहा, जबकि दिल्ली में ही सोना-चांदी की बिक्री 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक रही। सोने-चांदी की बढ़ी कीमतों के बावजूद ग्राहकों ने परंपरा निभाते हुए गहनों, सिक्कों और अन्य वस्तुओं की खरीरदारी की। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि इस साल धनतेरस पर पूरे देश में सोने-चांदी समेत अन्य महत्त्वपूर्ण वस्तुओं का कुल व्यापार 1 लाख करोड़ रुपए का अनुमान है। इस बार व्यापार वृद्धि के प्रमुख कारणों में जीएसटी दरों में कटौती और स्वदेशी अपनाओ का आह्वान रहा।




