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नाराज एकनाथ शिंदे की दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात, महाराष्ट्र की सियासत में हलचल,

मुंबई: महाराष्ट्र में महायुति में घमासान शुरू हो गया है। एकनाथ शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं। बीजेपी ने उनकी पार्टी के पार्षदों को अपने पाले में कर लिया है। वहीं शिवसेना के मंत्रियों ने कैबिनेट बैठक का बहिष्कार किया। अब इस कैबिनेट बहिष्कार के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को दिल्ली पहुंचे। यहां उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई।

शिवसेना के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बताया कि एकनाथ शिंदे ने राज्य भाजपा प्रमुख रवींद्र चव्हाण के आचरण से नाराज हैं। आरोप है कि वह शिवसेना पदाधिकारियों और पूर्व पार्षदों को अपने पाले में कर रहे हैं। खासकर शिवसेना के गढ़ कल्याण-डोंबिवली में। उसे लेकर वह बेहद नाराज हैं।

अमित शाह से क्या हुई बात

सूत्रों के अनुसार एकनाथ शिंदे ने अमित शाह से मुलाकात करके उनसे इस बात की शिकायत की। उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों को अपने पाले में करने को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच हालिया टकराव स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति को नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि इससे माहौल खराब हो रहा है।

क्यों नाराज एकनाथ शिंदे

मंगलवार को, भाजपा ने कल्याण-डोंबिवली में पूर्व पार्षद वामन म्हात्रे के बेटे अनमोल म्हात्रे को अपने पाले में कर लिया था, जो लोकसभा सीट है। एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे का निर्वाचन क्षेत्र। अनमोल म्हात्रे, उनकी पत्नी अश्विनी और कई अन्य लोग शिवसेना से भाजपा में शामिल हो गए। शिवसेना के एक नेता ने कहा कि विधानसभा चुनावों में जीत के बाद, आगामी स्थानीय स्वशासन चुनावों में गठबंधन के लिए माहौल बेहद अनुकूल है। हालांकि, कुछ नेता इस माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे विपक्ष को अनुचित लाभ मिल रहा है।

शिवसेना लीडर ने कहा कि मीडिया में अनावश्यक और भ्रामक खबरें आ रही हैं, जिससे जनता में भ्रम पैदा हो रहा है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में भी अनिश्चितता पैदा हो रही है। उन्होंने ने आगे कहा कि ऐसे टाले जा सकने वाले व्यवधान गठबंधन की जीत की गति में बाधा डाल सकते हैं। शिंदे ने अमित शाह को यही बात बताई।

पदाधिकारी ने आगे कहा कि कुछ नेता निजी स्वार्थ के लिए काम कर रहे हैं, और यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए कि ऐसा व्यवहार जारी न रहे। इसके अलावा, गठबंधन के नेताओं को एक-दूसरे की आलोचना करने से बचना चाहिए।

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