पीक से नीचे आई सोने की कीमत, क्रिसमस से पहले क्या फिर होगा उलटफेर ?

नई दिल्ली: साल 2025 में सोने की कीमत में जबरदस्त तेजी आई है। घरेलू बाजार में सोने के दाम 70% से ज्यादा बढ़ गए हैं। वहीं घरेलू सोने के दाम अपने सबसे ऊंचे स्तर यानी 1,35,590 रुपये प्रति 10 ग्राम से 1300 रुपये गिर गए हैं। शुक्रवार को मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर फरवरी गोल्ड फ्यूचर्स 1,34,206 रुपये पर सपाट बंद हुए।
क्रिसमस के हफ्ते में छुट्टियों की वजह से बाजार में थोड़ी सुस्ती छा गई है। दुनिया भर के बड़े कमोडिटी बाजार बुधवार 24 दिसंबर से ही जल्दी बंद होने लगेंगे। ऐसे में ट्रेडिंग में कम लोग होंगे। इस माहौल में सोने के दाम में कुछ बदलाव हो सकता है। भारत का एमसीएक्स सिर्फ गुरुवार 25 दिसंबर को बंद रहेगा। वहीं, अमेरिकी बाजार शुक्रवार, 26 दिसंबर को फिर से खुलेंगे। लेकिन यूके, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा और हांगकांग के बाजार बंद ही रहेंगे।
कितना हो सकता है बदलाव?
मौजूदा रुझानों को समझाते हुए Augmont की हेड (रिसर्च) रेनिषा चैनानी का मानना है कि सोने की कीमत 1,35,000 रुपये के अपने ऊंचे स्तर के आसपास ही रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर दाम इस स्तर से ऊपर या नीचे जाते हैं, तो 2 से 3% का बड़ा उतार-चढ़ाव आ सकता है। उन्हें नजदीकी भविष्य में मौजूदा ऊंचे स्तर पर ही रुकावट दिख रही है।
चांदी पर कितना असर?
चांदी की बात करें तो पिछले कारोबारी सत्र के अंत में ट्रेडर्स ने मुनाफा कमाया। इसकी वजह से मार्च कॉन्ट्रैक्ट्स में 0.21% यानी 439 रुपये प्रति किलो की गिरावट आई। चांदी के फ्यूचर्स 2,08,000 रुपये पर बंद हुए, जबकि इससे पहले उन्होंने 2,08,603 रुपये का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छुआ था।
चैनानी ने कहा कि चांदी ने 2,08,000 रुपये के स्तर पर रुकावट देखी है। उम्मीद है कि दाम कुछ और ऊपर जाने से पहले थोड़ा मुनाफावसूली देखेंगे। जब तक दाम 1,94,000 रुपये के सपोर्ट से ऊपर बने रहेंगे, तब तक तेजी का रुझान बना रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि अगली रुकावट 2,18,000 रुपये और 2,24,000 रुपये पर दिख रही है।
यहां से भी मिल सकता है सहारा
चैनानी ने यह भी बताया कि अमेरिका और वेनेजुएला के बीच भू-राजनीतिक तनाव, साथ ही औद्योगिक और निवेश की मजबूत मांग सोने को कुछ सहारा दे सकती है। उन्हें बैंक ऑफ जापान (BoJ) द्वारा 0.75 बीपीएस की बेंचमार्क दर में बढ़ोतरी भी कीमती धातुओं के लिए अच्छी खबर लगती है।



