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योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में माता सीता बनीं इशिका तनेजा

 ब्यूरो— नई दिल्ली

अयोध्या का दीपोत्सव इस वर्ष केवल रोशनी का उत्सव नहीं था, यह धर्म और आत्मगौरव के पुनर्जागरण का क्षण था। 26 लाख दीपों से आलोकित अयोध्या ने नया गिनीज़ वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया। इसी के बीच, जब मिस वल्र्ड टूरिज्म और गिनीज़ रिकॉर्ड धारक इशिका तनेजा ने माता सीता का रूप धारण किया, तो पूरा भारत भावविभोर हो उठा। इशिका तनेजा केवल एक अभिनेत्री नहीं हैं, वे एक सनातन प्रचारिका और साध्वी स्वरूप हैं, जिन्होंने गौसेवा, महिला गुरुकुल और धर्मजागरण अभियानों के माध्यम से समाज में आध्यात्मिक चेतना जगाई है। अयोध्या में सीता के रूप में उनका अवतरण केवल अभिनय नहीं था, यह भक्ति, तपस्या और सेवा का संगम था।

इशिका ने कहा, सीता माता बनना मेरे लिए ध्यान था, प्रदर्शन नहीं। हर दीप में मैंने धर्म की जीत और योगी आदित्यनाथ की राष्ट्र नीति की ज्योति देखी। इशिका ने योगी आदित्यनाथ की सेवाभावना और धर्मनिष्ठ नेतृत्व की गहरी प्रशंसा की। दीपोत्सव ने न केवल अयोध्या को जगमगाया, बल्कि हजारों कुम्हारों, महिलाओं और स्थानीय व्यापारियों के जीवन में उजाला लाया। यह आयोजन स्थानीय रोजगार, पर्यटन और राज्य की जीडीपी को मजबूत कर रहा है। इशिका ने कहा, दीपोत्सव खर्च नहीं, आजीविका और आत्मगौरव का पुनर्जन्म है।

हिंदुओं की आस्था को कभी नहीं समझा इशिका का अखिलेश यादव पर पलटवार

अखिलेश यादव द्वारा दीपोत्सव को पैसे की बर्बादी कहे जाने पर इशिका ने तीखा मगर संयमित उत्तर दिया। इशिता ने कहा, जो दीपोत्सव को व्यर्थ कहते हैं, वे शायद उस तप और आंसू को नहीं समझते, जो हमने अयोध्या के लिए बहाए हैं। यह भूमि सदियों से इस प्रकाश की प्रतीक्षा कर रही थी। जनमानस का मानना है कि योगी आदित्यनाथ का निर्णय कि इशिका तनेजा सीता माता की भूमिका निभाएं, सर्वथा उचित और प्रेरणादायक था, क्योंकि आज की युवा पीढ़ी के लिए वे धर्मए सौंदर्य और शक्ति का जीवंत प्रतीक हैं।

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