महाराष्ट्र

राजनीति में कोई पार्टी भजन करने के लिए नहीं आती, लाडली बहन जैसी योजनाओं के सवाल पर ऐसा क्यों बोले फडणवीस

Maharashtr CM Fadnavis News: महाराष्ट्र में काफी समय से विपक्ष की तरफ से कहा जा रहा है कि चुनावों में गेमचेंजर रही लाडली बहन योजना से महायुति सरकार आर्थिक संकट में है, लेकिन मुख्यमंत्री फडणवीस ने एक कॉन्क्लेव में महाराष्ट्र की आर्थिक स्थिति पर खुलकर बात की। उन्होंने लाभ देने वाली योजनाओं के सवाल पर भी अपनी बात रखी।

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंंत्री देवेंद्र फडणवीस का लाडली बहन योजना की तरह जनता को जेब में सीधे रुपये पहुंचाने वाली डायरेक्ट बेनिफिट वाली स्कीम पर बड़ा बयान सामने आया है। एक टीवी चैनल के कॉन्क्लेव में फडणवीस ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की अपेक्षाओं को पूरा करना सरकार की जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि शायद यह एक ऐसा दौर चल रहा है जब जनता इस तरह के लाभ की अपेक्षा रखती है। उन्होंने कहा ऐसा हो सकता है कि एक राष्ट्रीय स्तर पर इसको लेकर चर्चा हो। इसमें तय किया जाए कि जीडीपी का कितना हिस्सा पर इस पर खर्च किया जाएगा। फडणवीस ने यह भी कहा कि राजनीति में कोई भी पार्टी भजन करने के लिए नहीं आती है। अगर वह सत्ता में नहीं रहेगी तो फिर वह अपने लक्ष्यों और जिन उद्देश्यों के लिए वह राजनीति में हैं। उसे कैसे पूरा करेगी?

हमारे बीच होते हैं मतभेद
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने यह बड़ा बयान इंडिया टुडे की कॉन्क्लेव में दिया। उन्हें इस मौके पर शिंदे और अजित पवार के साथ वली एक तस्वीर दिखाईगई। इसके बाद उन्होंने एकनाथ शिंदे और अजित पवार के अपने संबंधों पर भी बात की। फडणवीस ने कहा वह तीनों काफी मैच्योर नेता है। यह गठबंधन का युग है। उन्हें अपनी सीमाएं भी पता हैं। फडणवीस ने यह भी कहा कि आकांक्षाएं होने गलत नहीं है लेकिन हमें पता है कि हम तक जा सकते हैं। उन्होंने विवाद के सवाल पर कहा कि हम एक पार्टी नहीं हैं। हम तीनों अलग-अलग पार्टी से आते हैं। ऐसे में कभी-कभी ऐसा होता है किसी मुद्दे पर हमारी राय एक नहीं हाेती है। ऐसे में हम तीनों मिलकर निर्णय लेते हैं। गौरतलब हो कि पिछले साल सीएम बनने से पहले देवेंद्र फडणवीस शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम थे। अब शिंदे फडणवीस की सरकार में डिप्टी सीएम हैं।

निवेश में नंबर एक पर है महाराष्ट्र
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लाडली बहन जैसी सीधा फायदा देने वाली योजनाओं पर बोलते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि उनके सामने चुनौतियां नहीं हैं, लेकिन उन्होंने ऐसी योजनाओं के होते हुए भी महाराष्ट्र की आर्थिक स्थिति बिगड़ने नहीं दी है। फडणवीस ने कहा कि विदेशी निवेश के आंकड़ों में महाराष्ट्र अव्वल है। फडणवीस ने कहा कि लोकसभा के चुनावों में विपक्ष के नैरेटिव ने नुकसान पहुंचाया था लेकिन उन्होंने नई रणनीति के साथ विधानसभा चुनावों में बदला लेते हुए वापसी की। गौरतलब हो कि एफडीआई इनफ्लो में महाराष्ट्र पहले, कर्नाटक दूसरे और गुजरात तीसरे नंबर पर है। दिल्ली, तमिलनाडु चौथे और पांचवे नंबर पर हैं।

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