महाराष्ट्र

 सागवान की लकड़ी से भाग्य बदलना चाहते थे अग्निवीर बंधु, इंसास राइफल-गोलियों चुराने में मुंबई पुलिस ने किया अरेस्ट

मुंबई: नेवी नगर, कोलाबा से इंसास राइफल और गोलियों की चोरी के मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किए गए राकेश डुब्बुला (20) और उमेश डुब्बुला (25), दोनों भाईयों की जांच में पता चला कि दोनों भाई इस रायफल के सहारे सागवान के घने जंगलों में व्यापारियों से रंगदारी वसूलकर अमीर बनना चाहते थे। एक अधिकारी ने बताया कि दोनों भाइयों की योजना थी कि यह रायफल राकेश के अग्निवीर सेवा से बाहर आने के बाद काम आएगी।

अधिकारी ने बताया कि तेलंगाना के असिफाबाद बेल्ट में सागवान का इतना बड़ा भंडार है कि यह सैकड़ों वर्षों तक चल सकता है। अंग्रेजों के समय से यहां से सागवान की लकड़ी देशभर के प्रमुख निर्माण कार्यों में इस्तेमाल होती रही है। अयोध्या के राम मंदिर से लेकर दिल्ली के नए संसद भवन तक में इसी इलाके से सागवान की लकड़ी भेजी गई थी।

पूछताछ में दोनों भाइयों ने यह भी बताया कि इस जंगल में सरकार तेजी से सड़क मार्ग बना रही है, जिसका ठेका पीडब्ल्यूडी ने दिया है। इन ठेकेदारों से भी रंगदारी वसूलने की योजना थी। मुंबई क्राइम ब्रांच की एल टीम तेलंगाना गई थी। जांच के लिए टीमों को महाराष्ट्र से बाहर केरल और कोच्चि के आईएनएस गरुड़ा बेस तक भेजा गया है, जहां से जानकारी जुटाई जा रही है। अधिकारी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर दोनों भाइयों को दोबारा रिमांड पर लिया जाएगा।

इसके साथ ही पुलिस नक्सली कनेक्शन की भी जांच कर रही है, क्योंकि यह इलाका लंबे समय से नक्सल प्रभाव में रहा है। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि कहीं यह चोरी नक्सलियों तक हथियार पहुंचाने की साजिश तो नहीं थी।

48 घंटे में दबोचे गए आरोपी
डुब्बुला ब्रदर्स को पुलिस ने चोरी के 48 घंटे के भीतर ही तेलंगाना के आसिफाबाद से गिरफ्तार कर लिया था। उनके घर के पास झाड़ियों में छिपाए गए इंसास राइफल, 40 जिंदा कारतूस और तीन मैगजीन भी बरामद किए गए थे। जांचकर्ताओं के मुताबिक, राकेश डुब्बुला वर्तमान में सेना में जवान है और आईएनएस कोच्चि में तैनात है।

फरवरी 2024 तक वह मुंबई के आईएनएस गरुड़ा में पोस्टेड था, जिससे उसे नेवी नगर परिसर की जानकारी थी। उसका बड़ा भाई उमेश तेलंगाना में शराब का कारोबार करता है। पुलिस का मानना है कि दोनों भाई इस हाई-टेक हथियार के सहारे जंगलों में दहशत फैलाना चाहते थे।

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