राजनीति

सोनम वांगचुक के NGO का FCRA लाइसेंस क्यों किया गया रद्द? जानें सरकार के हाथ क्या लगा सबूत

लद्दाख में विरोध प्रदर्शनों के बीच सोनम वांगचुक पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। गृह मंत्रालय ने उनके एनजीओ का एफसीआरए पंजीकरण रद्द कर दिया है। सीबीआई ने एफसीआरए उल्लंघनों की जांच शुरू की है। विदेशी फंड व्यक्तिगत खातों में जमा होने से मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका है।

नई दिल्ली: लद्दाख में छठवीं अनुसूची और राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच सोनम वांगचुक चर्चा में आ गए हैं। उनके खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लग रहे हैं। आरोप है कि सोनम वांगचुक ने लोगों की भावनाओं को भड़काने में अहम भूमिका निभाई है। शुक्रवार को उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ऐसे में उनसे जुड़ी गंभीर वित्तीय अनियमितताएं और नियम-भंग उनके इरादों पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।

न्यूज-18 को सूत्रों ने बताया कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक पर कई गंभीर वित्तीय अनियमितताएं और संदिग्ध गतिविधियां में शामिल रहने का आरोप लगाया है। गृह मंत्रालय ने गुरुवार को उनके एनजीओ हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स लद्दाख का एफसीआरए पंजीकरण रद्द कर दिया है। जिसमें विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA), 2010 के तहत कई उल्लंघनों का हवाला दिया गया। वहीं सीबीआई ने वांगचुक के नेतृत्व वाले संस्थान के खिलाफ कथित FCRA उल्लंघनों की जांच शुरू कर दी है।

सोनम वांगचुक के NGO पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप

सोनम वांगचुक पर आरोप है कि उनके एनजीओ हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स लद्दाख ने अपने एफसीआरए अकाउंट में स्थानीय दान प्राप्त किया, जो विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए) 2010 के सेक्शन 17 का स्पष्ट उल्लंघन है। इसके अलावा, एचआईएएल ने एफसीआरए रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करने से पहले ही विदेशी फंड प्राप्त कर लिया था, जो इसी कानून के सेक्शन 11 का उल्लंघन है।

वित्तीय वर्ष 2020-21 और 2021-22 के लिए एनजीओ एचआईएएल ने दावा किया कि उसकी कोई विदेशी आय नहीं थी, लेकिन इस अवधि के दौरान उसने विदेशी फंड प्राप्त किया, जो कंपनी एक्ट और भारतीय दंड संहिता के सेक्शन 467 का उल्लंघन है।

2023 में शेसियन इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक लाभकारी कंपनी के तहत एक नया अकाउंट खोला गया, जिसके डायरेक्टर सोनम वांगचुक और गीतांजलि जेबी थे।

FCRA के कानूनों का उल्लंघन

विदेशी फंड सोनम वांगचुक के पर्सनल और ज्वाइंट अकाउंट में जमा हुए। यह एफसीआरए 2010 का सीधा उल्लंघन है। 2021 से मार्च 2024 तक उन्होंने विदेशों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर किए, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका पैदा होती है, खासकर इसलिए कि ये विदेशी फंड अज्ञात संस्थाओं को भेजे गए, जबकि वे अपने पर्सनल अकाउंट में विदेशी फंड प्राप्त करते रहे।

सोनाम वांगचुक की वित्तीय अनियमितताओं के तहत हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख संस्था को मिले दान में वित्त वर्ष 2023-24 में 6 करोड़ रुपए से वित्त वर्ष 2024-25 में 15 करोड़ रुपए से अधिक की भारी वृद्धि हुई है। एचआईएएल के 7 बैंक अकाउंट हैं, जिनमें से 4 घोषित नहीं हैं। उन्हें एफसीआरए रजिस्ट्रेशन के बिना 1.5 करोड़ रुपए से अधिक की विदेशी फंडिंग मिली है। एचआईएएल से शेश्योन इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड को 6.5 करोड़ रुपए की भारी रकम ट्रांसफर की गई है।

स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (एसईसीएमओएल) के 9 बैंक अकाउंट हैं, जिनमें से 6 घोषित नहीं हैं। शेश्योन इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड वित्त वर्ष 2024-25 में 9.85 करोड़ रुपए के टर्नओवर पर कंपनी का नेट प्रॉफिट सिर्फ 1.14 प्रतिशत है, जो वित्त वर्ष 2023-24 के 6.13 प्रतिशत नेट प्रॉफिट की तुलना में काफी कम है। इस कंपनी के 3 बैंक अकाउंट हैं, जिनमें से 2 घोषित नहीं हैं।

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