इंदिरा गांधी के बाद सिर्फ पीएम मोदी में ही वो… डिफेंस एक्सपर्ट ने कह दी बड़ी बात,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर जवानों के बीच दीपावली का उत्सव मनाया। आईएनएस विक्रांत को लेकर पीएम ने कहा कि यह केवल एक युद्धपोत नहीं, बल्कि यह 21वीं सदी के भारत के परिश्रम और प्रभाव का परिणाम है।
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर नौसेना कर्मियों के साथ दिवाली मनाई। पीएम मोदी ने हर साल सुरक्षा बलों के साथ दिवाली मनाने की अपनी परंपरा को कायम रखा। प्रधानमंत्री मोदी 2014 के बाद से ही सशस्त्र बलों के साथ दिवाली मनाते रहे हैं। वे गोवा तट पर तैनात देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर पहुंचे, जहां उन्होंने देश की रक्षा में तत्पर जवानों को सैल्यूट किया। पीएम के इस जज्बे के बाद उनकी तुलना इंदिरा गांधी से हो रही है।
इंदिरा के बाद दूसरे पीएम…
डिफेंस एक्सपर्ट रंजीत राय का कहना है कि इंदिरा गांधी के बाद, प्रधानमंत्री देश के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने सही मायने में यह समझा है कि वे ‘कमांडर-इन-चीफ’ हैं। राय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, प्रधानमंत्री ने अद्भुत साहस दिखाया था। आज, जब उन्होंने आईएनएस विक्रांत का दौरा किया, तो उन्होंने पूरी नौसेना को अपनी शुभकामनाएं दीं।
राय ने इस बात को लेकर संविधान के आर्टिकल 53 का हवाला दिया, जिसमें लिखा है कि प्रेसिंडट सुप्रीम कमांडर हैं। आर्टिकल 74 के तहत पीएम का कैबिनेट पर कंट्रोल होता है, ऐसे में वह डिफेक्टर कमांडर इन चीफ होता है।
पीएम मोदी ने कहा कि जिस दिन देश को स्वदेशी आईएनएस विक्रांत मिला था, उसी दिन नौसेना ने गुलामी के एक बड़े प्रतीक का त्याग कर दिया था। नेवी ने छत्रपति शिवाजी की प्रेरणा से नया ध्वज अपनाया था। हमारा विक्रांत आज आत्मनिर्भर भारत और मेड इन इंडिया का बहुत बड़ा प्रतीक है। विक्रांत का नाम ही दुश्मनों का चैन छीन लेता है। यह जहाज महासागर को चीरता हुआ भारत की ताकत और सैन्य क्षमता का प्रतिबिंब है।




