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कहीं पाकिस्तान की नींद न उड़ जाए… भारतीय वायुसेना ने तैनात किए सुखोई विमान, फ्रांस के साथ करने जा रही ये काम

नई दिल्ली: भारत ीय वायु सेना ने रविवार से फ्रांस के मोंट-डे-मार्सन प्रांत में फ्रांसीसी वायु सेना के साथ 12 दिवसीय हवाई अभ्यास के लिए सुखोई लड़ाकू विमानों और अन्य उपकरणों को तैनात किया है। भारतीय वायुसेना के मुताबिक, ‘गरुड़’ अभ्यास का उद्देश्य यथार्थवादी परिचालन वातावरण में रणनीति और प्रक्रियाओं को ‘‘परिष्कृत’’ करना, परस्पर सीखना और दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन को बढ़ावा देना है। भारत के इस एक्शन से पाकिस्तान की नींद उड़नी तय मानी जा रही है।

भारतीय वायुसेना ने कहा कि सुखोई-30 एमकेआई विमान जटिल कृत्रिम हवाई युद्ध परिदृश्यों में फ्रांसीसी बहु-भूमिका वाले लड़ाकू विमानों के साथ काम करेंगे, जिसमें हवा से हवा में युद्ध, वायु रक्षा और संयुक्त हमला अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। भारतीय वायुसेना का दल 10 नवंबर को फ्रांस पहुंचा। भारतीय वायुसेना ने कहा कि अभ्यास ‘गरुड़-25’ दोनों वायु सेनाओं के बीच पेशेवर संवाद, परिचालन ज्ञान के आदान-प्रदान और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का अवसर भी प्रदान करेगा।

क्या है सुखोई विमान की खासियत

सुखोई एक बहु-उद्देश्यीय विमान है, जो हवाई लड़ाई, जमीन पर हमला, और बमबारी जैसे विभिन्न कार्यों के लिए उपयुक्त है। सुखोई की अधिकतम गति लगभग 2,000 किमी/घंटा है, जो इसे एक तेज और गतिशील विमान बनाती है। सुखोई में उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स और रडार प्रणाली है, जो इसे हवाई लड़ाई में एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी बनाती है। सुखोई विभिन्न प्रकार के हथियार ले जा सकता है, जिनमें मिसाइल, बम, और तोपें शामिल हैं।

कई युद्ध अभ्यासों में अपनी क्षमता साबित करने में रहा कामयाब

सुखोई विमान जमीन पर हमला करने और हवाई सुरक्षा प्रदान करने दोनों में सक्षम हैं सुखोई विमानों ने कई युद्ध अभ्यासों में अपनी क्षमता साबित की है। 2015 में, उन्होंने यूके के लड़ाकू विमानों के खिलाफ डॉग-फाइटिंग अभ्यासों में शानदार प्रदर्शन किया था। कारगिल के 1999 के युद्ध में भारतीय वायु सेना के सुखोई Su-30MKI विमानों ने कारगिल में सटीक हमले किए, जिससे सेना को बढ़त मिली। बालाकोट एयरस्ट्राइक (2019) में सुखोई विमानों ने 300 किमी से अधिक अंदर घुसकर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बमबारी की और पाकिस्तानी रडार को चकमा दिया।

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