तीनों बागी एकनाथ शिंदे के पाले में, उद्धव ठाकरे को चुनौती, बीएमसी चुनाव में किसके हाथ लगेगा विक्रोली?

मुंबई : इस बार के बीएमसी चुनाव में विक्रोली विधानसभा क्षेत्र उद्धव ठाकरे गुट (UBT) के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुका है। इस क्षेत्र से UBT के विधायक सुनील राऊत के नेतृत्व में पिछली बार पार्टी ने कुल 3 सीटें जीती थीं, लेकिन अब स्थिति बिल्कुल बदल चुकी है। तीनों ही सीटों के विजयी नगरसेवक अब एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिलहो चु के हैं। इनमें उपेंद्र सावंत (वॉर्ड 118), सुवर्णा करंजे (वॉर्ड 117) और राजराजेश्वरी रेडकर (वॉर्ड 120) शामिल हैं।
इस बार चुनाव में ज्यादा सीटें जीतना उद्धव गुट के लिए नाक का सवाल बन गया है। यह कहा जा सकता है कि शिवसेना (UBT) को अपनी नई ताकत और रणनीति के बल पर ही यहां कमाल दिखाना संभव हो सकता है।
उद्धव के सामने चुनौती ही चुनौती
उद्धव गुट के लिए यहां पथरीली राह है। विक्रोली विधानसभा में रहने वाले सोशल वर्कर पुरुषोत्तम सिंह ने बताया कि पिछली बार जीती गई तीनों सीटें टूटकर शिंदे सेना में चली गई हैं। बीजेपी पहले से ही दो वॉर्डों में मजबूत है। एनसीपी (शरद पवार) का एक वॉर्ड पर कब्जा है। ऐसे में उद्धव गुट के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि पुराने वोटर्स को वापस कैसे जोड़ा जाए। टूट चुके वोट बैंक को संभालना और वापस लाना बेहद ही कठिन काम है। अब उद्धव गुट के सामने एक ही लक्ष्य है तीनों ‘खोई सीटों’ पर फिर से अपनी पकड़ बनाई जाए। कुल मिलाकर, विक्रोली में इस बार उद्धव सेना और शिंदे सेना में दिलचस्प टक्कर होगी।
विक्रोली के 6 वॉर्ड, चुनावी हलचल तेज
विक्रोली विधानसभा क्षेत्र में कुल छह नगरसेवक वॉर्ड- 111, 117, 118, 119, 120 और 122 आते है। इनमें से 3 सीटें पहले शिवसेना संयुक्त (अब UBT) के पास थी, जो अब दे सेना में चली गई है। 2 सीटें बीजेपी के पास है। वही, 1 सीट एनसीपी (शरद पवार) के पास है। इस समीकरण से चुनाव में कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है।




