अंतर्राष्ट्रीय

शांति वार्ता छोड़ी, तो कब्जा लेंगे यूक्रेन शहर, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच दादा-पड़दादा वाली बात पर भडक़े पुतिन

एजेंसियां — मास्को

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच नाटो महासचिव मार्क रुट्टे की एक टिप्पणी ने तूल पकड़ लिया है। रुट्टे ने बर्लिन में कहा था कि नाटो को उस बड़े युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए, जिसका सामना हमारे दादा-दादी या पड़दादा-पड़दादी ने किया था। इस बयान पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बुरी तरह भडक़ गए और इसे पश्चिम का उन्माद तथा झूठ करार देते हुए कड़ी चेतावनी दे डाली। पुतिन ने न केवल पश्चिमी नेताओं पर रूस-विरोधी डर फैलाने का आरोप लगाया, बल्कि यूक्रेन को भी साफ संदेश दे दिया कि अगर शांति वार्ता विफल हुई, तो रूस सैन्य बल से उन क्षेत्रों पर कब्जा कर लेगा, जिन पर वह दावा करता है। रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यूरोपीय लोगों को रूस से युद्ध के डर से भरा जा रहा है और उन्होंने पश्चिमी नेताओं पर उन्माद फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैंने बार-बार कहा है- यह झूठ है, बकवास है, यूरोपीय देशों के लिए रूस के किसी काल्पनिक खतरे की सरासर बकवास है, लेकिन यह जानबूझकर किया जा रहा है।

इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन और पश्चिम पर जोरदार हमला बोला और कहा कि अगर वे शांति वार्ता छोड़ देते हैं, तो रूस सैन्य तरीके से यूक्रेन में उन क्षेत्रों पर कब्जा कर लेगा जिन पर वह दावा करता है। उन्होंने कहा कि हम कूटनीति के जरिए संघर्ष के मूल कारणों को दूर करना पसंद करेंगे। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि अगर विरोधी पक्ष और उसके विदेशी संरक्षक ठोस वार्ता में शामिल होने से इनकार करते हैं, तो यूक्रेनी भूमि को सैन्य साधनों से अपने नियंत्रण में ले लिया जाएगा। बता दें कि रूस, यूक्रेन के 19 फीसदी से अधिक हिस्से पर नियंत्रण का दावा करता है। वह बार-बार कब्जा किए क्षेत्रों से पीछे हटने से इनकार करता है और चाहता है कि यूक्रेन, पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र के शेष हिस्से को छोड़ दे।

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