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Pixel 10 Pro र‍िव्‍यू : लाजवाब कैमरों के साथ ड‍िजाइन-ड‍िस्‍प्‍ले और सॉफ्टवेयर से द‍िल जीत गया ये प‍िक्‍सल

Pixel 10 Pro की सबसे बड़ी ताकत इसके कैमरा हैं। 100 एक्‍स जूम क्षमता के साथ यह दूर की तस्‍वीरों में भी ड‍िटेल ढूंढ लेता है।

Pixel 10 Pro Review : पिक्‍सल स्‍मार्टफोन्‍स हमेशा से उत्‍सुकता जगाते आए हैं। साल 2016 से गूगल हर साल अपनी पिक्‍सल लाइनअप में नए मॉडल लॉन्‍च कर रही है। 9 साल में यह सिलस‍िला पिक्‍सल 10 सीरीज तक आ पहुंचा है। पिछले महीने कंपनी ने Pixel 10, Pixel 10 Pro, Pixel 10 Pro XL और Pixel 10 Pro Fold को लॉन्‍च किया था। सभी डिवाइसेज भारत में उपलब्‍ध हैं। हमने करीब 20 दिनों तक Pixel 10 Pro को इस्‍तेमाल किया है। इस रिव्‍यू में जानेंगे क‍ि क्‍या यह अपनी कीमत 1,09,999 रुपये के साथ न्‍याय करता है। इसकी प्रमुख खूबियां और सुधार की गुंजाइश पर भी बात होगी।

Pixel 10 Pro का डिजाइन और इन-हैंड फील

किसी फोन को करीने से सजाना क्‍या होता है, यह पिक्‍सल और गूगल से सीखना चाहिए। पिक्‍सल फोन्‍स का ही ये असर है कि ऐपल और चीनी ब्रैंड्स ने अपने कैमरा मॉड्यूल डिजाइन में बदलाव किया है और उनमें पिक्‍सल की झलक मिलती है। बहरहाल, Pixel 10 Pro को इस तरह तैयार किया गया है कि पहली नजर में ही यह दिल छू लेगा। 6.3 इंच डिस्‍प्‍ले के साथ यह एक कॉम्‍पैक्‍ट डिवाइस है। इसे बनाने में एयरोस्‍पेस-ग्रेड एल्‍युमीनियम फ्रेम का इस्‍तेमाल हुआ है। गोर‍िल्‍ला ग्‍लास विक्‍टस 2 का प्रोटेक्‍शन है, ताकि स्‍क्रैच ना लगें। हालांकि फोन स्‍लीक नहीं है और वजन में भी 207 ग्राम है, जिस वजह से यह बल्‍की है और लेटकर चलाने में आपके हाथों को थका सकता है। अच्‍छी बात है कि कंपनी ने फोन के वजन काे मेंटेन किया है यानी यह ऊपर और नीचे दोनों तरफ से समान वजन वाला है। कई फोन्‍स में कैमरा बंप की वजह से वजन का संतुलन गड़बड़ा जाता है। पिक्‍सल 10 प्राे में यह समस्‍या देखने को नहीं मिलती।

मेरा अनुभव बताऊं, तो ज्‍यादातर वक्‍त फोन को कवर के साथ इस्‍तेमाल किया, जो गूगल ने ही भेजा था। वजन छोड़ दें, तो इसने iphone 16e की कमी महसूस नहीं होने दी, जिसे मैं पहले इस्‍तेमाल कर रहा था। कॉम्‍पैक्‍ट फील, पकड़ने में अच्‍छी ग्र‍िप, शानदार डिजाइन और प्र‍ीमियम एहसास के साथ ‘पिक्‍सल 10 प्रो’ मुझे जबरदस्‍त लगा। एक-दो दिन लगे एडजस्‍ट करने में, क्‍योंकि इसका पावर बटन नीचे और वॉल्‍यूम बटन ऊपर हैं। लेकिन जब आदत हो गई तो मजा आ गया। यह आईपी68 रेटिंग के साथ आता है यानी धूल और पानी से होने वाले नुकसान से काफी हद तक बचा रहेगा। बिना कवर भी उंगलियों के निशान पड़ने से गंदा नहीं होगा। कॉम्‍पैक्‍ट साइज के साथ जेब में आसानी से आ जाता है और भीड़ में अलग दिखाई देता है इसके खूबसूरत कैमरा मॉड्यूल की वजह से।

Pixel 10 Pro का डिस्‍प्‍ले

Pixel 10 Pro में 6.3 इंच का सुपर एक्‍चुआ OLED डिस्‍प्‍ले है। यह 1280×2856 पिक्‍सल्‍स रेजॉलूशन ऑफर करता है। 120 हर्त्‍ज रिफ्रेश रेट, एचडीआर सपोर्ट और 3300 निट्स तक की पीक ब्राइटनैस वो पहलू हैं, जो शिकायत का मौका नहीं देते। बेजल्‍स ना के बराबर हैं। स्‍क्रीन पूरे फोन में उभरती है। डिस्‍प्‍ले फ्लैट है, जो मेरी तरह ज्‍यादातर को पसंद आएगा। दिन हो या रात या फ‍िर चटख धूप…यह डिस्‍प्‍ले हर सिचुएशन में चमकता है। कलर-कॉन्‍ट्रास्‍ट का संतुलन बेजोड़ हैं। शार्पनेस काफी अच्‍छी है और विजुअल्‍स बेहतरीन उभरते हैं। मैंने इस डिस्‍प्‍ले में ऑनलाइन कंटेंट देखा, ब्राउजर पर खूब वक्‍त बिताया, तमाम ऐप्‍स इस्‍तेमाल किए। यह आईफोन की टक्‍कर का डिस्‍प्‍ले है जो आंखों को नहीं चुभता और आपका मन करता है कि फोन इस्‍तेमाल करते रहें।

जितना शानदार यह डिस्‍प्‍ले है, उतने ही जबरदस्‍त हैं इसके स्‍टीरियो स्‍पीकर्स। यह अच्‍छे बास के साथ इतनी तेज बजते हैं कि ज्‍यादातर टाइम आपको ईयरबड्स लगाने की जरूरत नहीं होगी। मुझे बहुत कम बार ही वॉल्‍यूम फुल पर ले जाना पड़ा।

Pixel 10 Pro की परफॉर्मेंस

इस साल की पिक्‍सल लाइनअप में Tensor G5 प्रोसेसर है। Pixel 10 Pro को भारत में 256 जीबी स्‍टोरेज ऑप्‍शन में लाया गया है। 16 जीबी रैम है। परफॉर्मेंस वो भाग है, जहां कहने के लिए बहुत कुछ है। Pixel 10 Pro की परफॉर्मेंस में मुझे कहीं कोई शिकायत नहीं मिली। यह तेज काम करता है। ऐप्‍स तेज से लोड होते हैं और रन करते हैं। हैवी गेमिंग के दौरान हीटिंग इशू मामूली था यानी फोन नाम मात्र ही गर्म हुआ। चाहे फोटोग्राफी करनी हो या वीडियो बनाने हों यह चलता रहता है। एआई फीचर्स जैसे- एआई एडिट‍िंग आदि को यूज करने में भी कोई रुकावट नहीं आती।

लेकिन, लेकिन, लेकिन…क्‍या Tensor G5 सबसे फास्‍ट चिपसेट कहा जाएगा? नहीं। फोन ज्‍यादातर वक्‍त स्‍मूद परफॉर्म करता है, लेकिन पता नहीं क्‍यों कभी-कभी यह अचानक कुछ सेकंड के लिए अटक जा रहा था। ऐसा चार से पांच बार हुआ और फ‍िर चल पड़ता था। मेरे कुछ सहयोगी जो दूसरे संस्‍थानों में हैं, उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें फ‍िंगरप्रिंट के साथ दिक्‍कत आ रही थी और फोन अनलॉक करने के लिए दो से तीन बार प्रेस करना पड़ता है। उम्‍मीद है ये परेशानियां सॉफ्टेवयर अपडेट्स में सुलझा ली जाएंगी। निजी तौर पर मेरा मानना है कि गूगल को Tensor चिपसेट के अलावा अब स्‍नैपड्रैगन या मीडियाटेक डाइमेंसिटी के बारे में भी सोचना चाहिए। डाइमेंसिटी चिपसेट अच्‍छा विकल्‍प बन सकते हैं।

Pixel 10 Pro का सॉफ्टवेयर

सॉफ्टेवयर के मामले में पिक्‍सल का कोई सानी नहीं है। यह लेटेस्‍ट एंड्रॉयड 16 पर चलता है। किसी यूआई की लेयर नहीं मिलेगी। एकदम क्‍लीन और साफ-सुथरा एंड्रॉयड स्‍मार्टफोन है। सिर्फ चुनिंदा गूगल ऐप्‍स प्रीलोड मिलते हैं। आप मन मुताबिक इस फोन को सेट कर सकते हैं। छोटे-छोटे शॉर्टकट, खूबसूरत वॉलेपपर, डिसेंट थीम्‍स के साथ इस फोन को चलाते हुए कहीं कोई कमी मुझे नहीं आई। सबसे अच्‍छी बात कि इसमें 7 साल तक प्रमुख ओएस अपडेट और सिक्‍योरिटी अपडेट मिलेंगे और फोन अप टु डेट रहेगा।

Pixel 10 Pro कैमरा

अगर कोई मुझे पूछे कि Pixel 10 Pro क्‍यों खरीदना चाहिए, तो मैं बिना संकोच कहूंगा कैमरा। फोन तमाम रिव्‍यू किए हैं। पुराने पिक्‍सल फोन्‍स से लेकर आईफोन और फ्लैगशिप चीनी एंड्रॉयड तक, लेकिन Pixel 10 Pro के कैमरा सबसे हटकर लगे। सॉफ्टवेयर प्रोसेसिंग के दम पर यह तस्‍वीर से उस डिटेल को निकाल लाते हैं, जिसे हमारी आंखें नहीं देख पातीं। यह अनुभव मैंने खुद महसूस क‍िया। अक्षरधाम मेट्रो स्‍टेशन पर खड़े होकर मैंने अक्षरधाम मंद‍िर की रैंडम तस्‍वीर क्‍ल‍िक कीं। मैं अधिकतम 100X जूम तक गया और फोटो में मं

शुरुआती दोनों तस्‍वीरें बैक कैमरा से ली गई हैं, तीसरी तस्‍वीर पोर्ट्रेट सेल्‍फी है। तीनों तस्‍वीरें देखकर पता चलता है कि कैमरा स्‍क‍िन टोन के साथ ख‍िलवाड़ नहीं करता। आप जैसे द‍िखते हो, वैसा ही द‍िखाता है।

फोन के बैक साइड में 3 कैमरा है। पहला- 50 मेगापिक्‍सल का प्राइमरी कैमरा। दूसरा- 48 मेगापिक्‍सल का अल्‍ट्रा वाइड कैमरा। तीसरा- 48 मेगापिक्‍सल का टेलिफोटो कैमरा 5 एक्‍स ऑप्टिकल जूम और 100 एक्‍स डिजिटल जूम सपोर्ट के साथ। सेल्‍फी कैमरा 42 मेगापिक्‍सल का है।

सभी कैमरा काफी डिटेल, नैचुरल, वाइब्रैंट और शार्प कलर में फोटो लेते हैं। फोटो टोन एकदम सटीक आती हैं। कलर ओवरसैचुरेटेड नहीं लगते। थोड़ी सेटिंग्‍स बदलने के बाद सेल्‍फी कैमरा भी सोशल मीड‍िया में अपलोड करने लायक फोटो खींचता है। पोर्ट्रेट तस्‍वीरों में पर्याप्‍त ऐज ड‍िटेक्‍शन मिलता है। अल्‍ट्रा वाइड तस्‍वीरों में भी अच्‍छी डिटेल निकलकर आती है। पिक्‍सल 10 प्रो के कैमरा आपकी स्‍कि‍न टोन से ख‍िलवाड़ नहीं करते। जो जैसा दिखता है, वैसा ही कैप्‍चर होता है।दिर के गुंबद पर लगा झंडा और उसके साथ लगीं झालर भी इस कैमरे ने कैद कर लीं, जिन्‍हें मेरी आंखें नहीं देख पा रही थीं।

शुरुआती दोनों तस्‍वीरें बैक कैमरा से ली गई हैं, तीसरी तस्‍वीर पोर्ट्रेट सेल्‍फी है। तीनों तस्‍वीरें देखकर पता चलता है कि कैमरा स्‍क‍िन टोन के साथ ख‍िलवाड़ नहीं करता। आप जैसे द‍िखते हो, वैसा ही द‍िखाता है।

फोन के बैक साइड में 3 कैमरा है। पहला- 50 मेगापिक्‍सल का प्राइमरी कैमरा। दूसरा- 48 मेगापिक्‍सल का अल्‍ट्रा वाइड कैमरा। तीसरा- 48 मेगापिक्‍सल का टेलिफोटो कैमरा 5 एक्‍स ऑप्टिकल जूम और 100 एक्‍स डिजिटल जूम सपोर्ट के साथ। सेल्‍फी कैमरा 42 मेगापिक्‍सल का है।

सभी कैमरा काफी डिटेल, नैचुरल, वाइब्रैंट और शार्प कलर में फोटो लेते हैं। फोटो टोन एकदम सटीक आती हैं। कलर ओवरसैचुरेटेड नहीं लगते। थोड़ी सेटिंग्‍स बदलने के बाद सेल्‍फी कैमरा भी सोशल मीड‍िया में अपलोड करने लायक फोटो खींचता है। पोर्ट्रेट तस्‍वीरों में पर्याप्‍त ऐज ड‍िटेक्‍शन मिलता है। अल्‍ट्रा वाइड तस्‍वीरों में भी अच्‍छी डिटेल निकलकर आती है। पिक्‍सल 10 प्रो के कैमरा आपकी स्‍कि‍न टोन से ख‍िलवाड़ नहीं करते। जो जैसा दिखता है, वैसा ही कैप्‍चर होता है।

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