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RSS के 100 साल पूरे होने पर पाक के बलूचिस्तान से आया खास संदेश, जमकर तारीफ, मुनीर सेना के खिलाफ मांगी मदद

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन की गई थी। ऐसे में इस साल आरएसएस ने अपने 100 साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर पाकिस्तान से भी संगठन को बधाई आई है।

इस्लामाबाद: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे होने पर संगठन के प्रमुख मोहन भागवत, पीएम नरेंद्र मोदी और दूसरे नेताओं ने बधाई दी है। वहीं संगठन को एक बधाई पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से भी आई है। बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग देश बनाने की मांग करने वाले नेता मीर यार बलूच ने आरएसएस को 100 वर्ष पूरे करने पर बधाई दी है। मीर ने आरएसएस को देशभक्त संगठन बताते हुए इसके अनुशासन से सीखने की बात कही है और भारत से मदद भी मांगी है।

मीर यार बलूच ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा, ‘RSS के 100 वर्ष पूरे होने पर बलूचिस्तान गणराज्य सम्मान और एकजुटता की शुभकामनाएं भेजता है। 2 अक्टूबर 2025 को इस ऐतिहासिक अवसर पर हम आरएसएस के संस्थापकों, नेतृत्व और प्रत्येक सदस्य को हार्दिक बधाई देते हैं। आरएसएस के काम करने का तरीका निस्वार्थ भाव जगाता है।’

बलूच नेता ने कहा, ‘ हम कामना करते हैं कि RSS का नेतृत्व राष्ट्र को एकजुट करने, अपनी विरासत की रक्षा करने और भावी पीढ़ियों को प्रगति की ओर ले जाने के अपने मिशन में निरंतर सफलता प्राप्त करे। 6 करोड़ बलूच लोग पाकिस्तानी आतंकवाद से मुक्त कराने के लिए भारत से अपील करते हैं। यह समय हाथ मिलाने, कंधे मिलाकर खड़े होने और हमारी आस्था, पहचान, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के लिए क्षेत्रीय और वैश्विक खतरों का मिलकर सामना करने का है।’

मीर बलूच कौन हैं

मीर यार बलूच खुद को स्वतंत्र पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता और फ्री बलूच मूवमेंट का प्रतिनिधि बताते हैं। मीर ने लगातार यह कहा है कि बलूचिस्तान पर पाकिस्तान का कब्जा नाजायज है। मीर पाकिस्तानी सेना के उत्पीड़न, जबरन गुमशुदगी और मानवाधिकार उल्लंघनों को लेकर मजबूती से आवाज उठाते रहे हैं।

मीर यार बलूच अपने सोशल मीडिया पर दुनिया और खासतौर से भारत सरकार से बलूचिस्तान की आजादी के लिए मदद मांगते रहे हैं। मीर ने भारत से नई दिल्ली में बलूच दूतावास की स्थापना की अनुमति देने का आग्रहभी किया। मीर संयुक्त राष्ट्र से बलूचिस्तान में शांति सेना भेजने का आह्वान भी कर चुके हैं।

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