उत्तरप्रदेश

कांग्रेस-SP पर CM योगी का तीखा हमला, कहा- ‘उन्होंने रामभक्तों पर गोलियां चलाईं, हम दिए जला रहे हैं’

Ayodhya Deepotsav: अयोध्या में दीपोत्सव 2025 के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐतिहासिक रामकथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। सीएम ने दीपों के उजाले को आस्था की जीत बताते हुए, राम मंदिर आंदोलन के दौर की घटनाओं की याद दिलाई। मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “2017 में दीपोत्सव की शुरुआत एक संदेश के साथ की गई थी – कि दीप प्रज्वलन केवल परंपरा नहीं, आस्था और आदर्शों का प्रतीक है। अयोध्या सप्तपुरियों में प्रथम है, जहां धर्म स्वयं मानव रूप में अवतरित हुआ।”

राजनीतिक आरोप: कांग्रेस-SP पर निशाना
अपने संबोधन में सीएम योगी ने राम जन्मभूमि आंदोलन का उल्लेख करते हुए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि “जब हम दीप जला रहे हैं, तब हमें यह याद रखना चाहिए कि आंदोलन के दौरान कांग्रेस ने कोर्ट में भगवान श्रीराम को मिथक बताया था और समाजवादी पार्टी की सरकार ने रामभक्तों पर गोलियां चलवाई थीं।” उन्होंने यह भी कहा कि “आज वही लोग अयोध्या में राम मंदिर के कार्यक्रमों से दूरी बना रहे हैं, जबकि अतीत में आक्रांताओं की कब्रों पर जाकर प्रार्थना करते रहे हैं। यह दोहरा चरित्र अब लोगों के सामने आ चुका है।”

500 वर्षों के संघर्ष की विजय का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव को केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि सनातन आस्था के 500 वर्षों के संघर्ष की विजय बताया। उन्होंने कहा, “हर दीपक उस अंधकार पर विजय का प्रतीक है, जो सदियों तक हमारे धर्म स्थल पर छाया रहा। आज भगवान श्रीराम भव्य मंदिर में विराजमान हैं, यह संघर्ष की परिणति है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। यह मंदिर उस सत्य की विजयगाथा है जिसे सनातन आस्था ने सदियों तक जिया।”

रामलला मंदिर निर्माण और ऐतिहासिक घटनाएं
सीएम योगी ने रामलला की मूर्ति स्थापना से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि “1949 से 1986 तक राम मंदिर विवादों में उलझा रहा। मंदिर पर ताले लगे रहे, लेकिन श्रद्धालु अडिग रहे। आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में संपन्न हुई है।”

अयोध्या की पहचान पुनर्स्थापित
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के नाम परिवर्तन का जिक्र करते हुए कहा, “पहले अयोध्या की पहचान मिटाकर इसे फैजाबाद कहा गया, लेकिन हमने इसे अयोध्या धाम के रूप में पुनः स्थापित किया है।” अपने भाषण का समापन मुख्यमंत्री ने ‘जय श्रीराम’ और ‘सरयू मैया की जय’ के उद्घोष के साथ किया और दीपोत्सव की बधाई दी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button