ट्रंप के खिलाफ फिर महाभियोग का प्रस्ताव, डेमोक्रेट्स के प्रयासों पर अमरीकी सदन ने फेरा पानी, कोशिशें नाकाम

एजेंसियां — वाशिंगटन
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भी महाभियोग प्रस्ताव लाए जाने से व्हाइट हाउस में खलबली मच गई है। इससे पहले ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था। प्रतिनिधि सभा ने टेक्सास के डेमोक्रेट सांसद अल ग्रीन द्वारा लाए गए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को दूसरी बार खारिज कर दिया। इस साल यह दूसरी बार है, जब ग्रीन की महाभियोग शुरू करने की कोशिश नाकाम हुई। सदन ने 237-140 मतों से ग्रीन का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिया। मौजूदा 47 डेमोक्रेट सांसदों ने वोट दिया। परिणाम अपेक्षित था, लेकिन जून में इसी तरह के प्रस्ताव को कहीं बड़े अंतर से खारिज करने की तुलना में डेमोक्रेट्स के बीच ट्रंप पर महाभियोग चलाने के समर्थन में कुछ बदलाव दिखा। मतदान से पहले हाउस माइनॉरिटी लीडर हकीम जेफ्रीज़ और उनके डिप्टी नेताओं ने बयान दिया कि महाभियोग के लिए व्यापक जांच प्रक्रिया जरूरी है, जो रिपब्लिकन बहुमत ने अभी तक शुरू नहीं की। हालांकि उन्होंने प्रस्ताव का स्पष्ट विरोध नहीं किया, बल्कि खुद मौजूद मत दिया।
उन्होंने कहा कि महाभियोग संविधान का पवित्र हथियार है जो सत्ता के दुरुपयोग, कानून तोडऩे और जनता के विश्वास को धोखा देने वाले भ्रष्ट कार्यकारी को जवाबदेह ठहराने के लिए है। नवीनतम प्रस्ताव में ट्रंप पर ‘सोशल मीडिया वीडियो के जरिए सैनिकों से अवैध आदेश मानने से इनकार करने को कहकर कांग्रेस के डेमोक्रेट सांसदों को फांसी की धमकी देने’ का आरोप था। ग्रीन ने कहा कि उन्होंने ऐसा आचरण किया है कि अब न्यायपालिका के सदस्यों, प्रतिनिधि सभा और सेेनेट के सदस्यों को धमकियां मिल रही हैं। पहले कार्यकाल में ट्रंप को दो बार महाभियोग लगा था। 2019 में डेमोक्रेट-बहुमत वाली हाउस ने 2020 चुनाव से पहले बाइडेन परिवार की जांच के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की पर दबाव बनाने के लिए और 2021 में 2020 चुनाव परिणाम पलटने और कैपिटल दंगे के लिए।




